30-40 में होने वाली पुरुषों में आम गुप्त  यौन समस्याएं:

जीवन के चार अवस्थाओं में उम्र का बढ़ना प्रत्येक अवस्था को अपने-आप में निरूपित करता है। यह सत्य बात है कि जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है व्यक्ति में शारीरिक, मानसिक, व भावनात्मक परिवर्तन आते है। बढ़ती हुई उम्र व्यक्ति के यौन समस्याओं का मुख्य परन्तु वास्तविक कारण है क्योंकि बढे हुए उम्र के साथ उनके यौन हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन का स्तर समय-दर-समय कम होते जाता है। आज का यह सत्र 30-40 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगो से सम्बंधित है जो उनके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। डॉ. सुनील दुबे एक विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य हैं जो विगत 35 वर्षों से इस आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान के पेशे से जुड़े हुए हैं और सभी तरह के गुप्त व यौन रोगियों को उनके उपचार और दवा प्रदान कर रहे हैं।

डॉ. सुनील दुबे, जो पटना में सबसे अच्छे सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर भी हैं, कहते हैं कि आम तौर पर शारीरिक समस्याएं, मनोवैज्ञानिक कारक, जीवनशैली से जुड़ी समस्याएं, हार्मोन का असंतुलन, चिकित्सा की स्थिति, और अन्य समस्याएं किसी भी व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य व उनके दैनिक जीवन को प्रभावित करते हैं। यहाँ, केवल आयुर्वेदिक दृष्टिकोण और उनके उपचार व्यवस्था ही अच्छे व समृद्ध यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए चिकित्सा व उपचार का सबसे सुरक्षित व प्रभावपूर्ण तरीका है। अगर कोई व्यक्ति एलोपैथी या होमियोपैथी जैसी अन्य दवाओं का इस्तेमाल करता है, तो यहाँ उनके पास अपनी गुप्त व यौन समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं है। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि एलोपैथी दवाओं के कुछ साइड-इफेक्ट्स होते हैं जो हमारे शरीर, किडनी, दिमाग और दिल पर बुरा असर डालते हैं। ऐसे में अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने और यौन स्वास्थ्य को हमेशा के लिए ठीक करने के लिए केवल आयुर्वेदिक उपचार और इसके प्राकृतिक पूरक ही सबसे अच्छा विकल्प हैं। होमियोपैथी चिकित्सा व उपचार में, अभी तक गुप्त व यौन समस्या का सटीक समाधान नहीं मिल पाया है। आइए जानते हैं 30 से 40 वर्ष की आयु के पुरुषों में होने वाली सामान्य गुप्त व यौन समस्याओं के कारणों के बारे में।

शारीरिक समस्याएं के कारण:

शारीरिक स्थिति का असंतुलित होने पर व्यक्ति को कई तरह से गुप्त व यौन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, शारीरिक स्थिति का मतलब है कि व्यक्ति का शरीर स्वस्थ है या नहीं और अगर उसका शरीर स्वस्थ नहीं है तो व्यक्ति को यौन और अन्य शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शारीरिक समस्याओं के कारण पुरुष में होने वाले गुप्त व यौन समस्याओं जो निम्नलिखित है:

  • इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ईडी): शारीरिक कमज़ोरी के कारण 30% से ज़्यादा लोग इस दूसरी सबसे आम गुप्त व यौन समस्या से पीड़ित हैं। जिसमे उन्हें स्तंभन में दिक्कत होती है जो नपुंसकता का रूप ले लेती है।
  • शीघ्रपतन (पीई): 35-40% पुरुष पीई की स्थिति के साथ ईडी का कारण बनने वाली इस पहली सबसे आम पुरुषो में होने वाले यौन सह मनोवैज्ञानिक समस्या से पीड़ित होते हैं।
  • कम शुक्राणु संख्या (एलएससी): पुरुषों में कम शुक्राणु संख्या उनके बांझपन का कारण बनता है और 20% से ज़्यादा पुरुष इस शारीरिक यौन समस्या से पीड़ित होते हैं।
  • हाइपोगोनाडिज्म (कम टेस्टोस्टेरोन): 20% से ज़्यादा लोग शारीरिक समस्याओं के कारण हाइपोगोनाडिज्म जिसमे टेस्टोस्टेरोन में कमी होती है, यौन विकार से पीड़ित होते हैं।
  • प्रोस्टेट की समस्याएँ: 30 वर्ष की आयु के बाद 15% से अधिक लोग अपने यौन जीवन में प्रोस्टेट की समस्याओं से पीड़ित हो सकते हैं। जो उनके यौन व प्रजनन कार्य को बाधित कर सकते है।

मनोवैज्ञानिक समस्याओं के कारण:

तनाव, अवसाद, अधिक सोचना और अस्वस्थ मानसिक स्थितियाँ मनोवैज्ञानिक समस्याएँ हैं जो किसी व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करती हैं। डॉ. सुनील दुबे, बिहार के सर्वश्रेष्ठ सेक्सोलॉजिस्ट कहते हैं कि मनोवैज्ञानिक यौन समस्याएँ किसी व्यक्ति को उसके मानसिक कारणों व स्थितियां से प्रभावित होती हैं। दुबे क्लिनिक में हर दिन 20% से अधिक गुप्त व यौन विकार के मामले, अपने-अपने यौन समस्याओं के इलाज के लिए आते हैं। आइए जानते है ऐसी मनोवैज्ञानिक स्थितियाँ जो किसी व्यक्ति के यौन जीवन को प्रभावित करती हैं।

  • यौन प्रदर्शन की चिंता: औसतन, 30-35% लोग अपने यौन जीवन में प्रदर्शन चिंता विकार से पीड़ित होते हैं। वे स्खलन, पेनिले के आकार और इरेक्शन के बारे में चिंता करते हैं। वे अपने यौन प्रदर्शन के बारे में बहुत अधिक सोचते हैं जो चिंता का कारण बनता है और वे इस यौन प्रदर्शन चिंता की समस्या से पीड़ित होते हैं।
  • तनाव से संबंधित यौन रोग: जैसा कि हम सभी जानते हैं कि तनाव व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है और यह किसी उसके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। औसतन 25-30% लोग क्रोनिक तनाव के कारण अपने यौन स्वास्थ्य से जूझते हैं।
  • अवसाद से संबंधित यौन रोग: हीन भावना और आत्मसम्मान में कमी अवसाद का कारण बन सकता है। यह विफलता, राय, पर्यावरण, वित्त आदि जैसे अन्य कारणों से हो सकता है। वास्तव में, अवसाद किसी भी व्यक्ति के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है और यह उनके यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। औसतन, 20-22% लोग इस अवसाद से संबंधित यौन रोग के कारण अपने यौन जीवन से जूझते हैं।
  • चिंता विकार: चिंता किसी व्यक्ति के जीवन में अल्पकालिक और दीर्घकालिक दोनों स्थिति में हो सकती है। दीर्घकालिक चिंता विकार व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को बुरी प्रभावित करता है। औसतन, 15% लोग चिंता विकारों के कारण अपने यौन जीवन से जूझते हैं।
  • रिश्ते संबंधी समस्याएं: विशेष रूप से विवाहित जोड़ों के लिए, रिश्ते संबंधी समस्याएं उनके यौन स्वास्थ्य में एक प्रमुख कारक बन गया हैं। रिश्तों में समस्याओं के कई कारण होते हैं जैसे विश्वास का मुद्दा, संचार संबंधी मुद्दा, भावनात्मक मुद्दा आदि। औसतन, भारत में 20-25% विवाहित जोड़े इन रिश्ते संबंधी समस्याओं के कारण अपने यौन जीवन में संघर्ष करते हैं।

हार्मोन के असंतुलन होने पर:

  • टेस्टोस्टेरोन में कमी: औसतन, 15% लोग टेस्टोस्टेरोन में कमी व इसके हार्मोनल मुद्दों के कारण अपने यौन जीवन से जूझते हैं।
  • थायराइड विकार: औसतन, 10% लोग थायराइड विकारों के कारण अपने यौन जीवन से संघर्ष करते हैं।
  • हाइपोथायरायडिज्म: औसतन, 8% लोग हाइपोथायरायडिज्म के कारण अपने यौन जीवन में परेशानी का सामना करते हैं।

अन्य मुद्दों के कारण:

  • पेरोनी रोग (पेनिले का टेढ़ापन): 5-10% लोग इस समस्या से पीड़ित होते है।
  • प्रियपिज्म (लंबे समय तक स्तंभन): 5-10% लोगो को यह समस्या होती है।
  • यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई): 5-15% लोग इस यौन संक्रमण से पीड़ित होते है।

आयुर्वेदिक दृष्टिकोण और रोकथाम:

आयुर्वेदिक दृष्टिकोण उपयुक्त सभी मुद्दों को स्पष्ट करता है जो अक्सर व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य से संबंधित होते हैं। यह दर्शाता है कि यौन ऊर्जा, महत्वपूर्ण ऊर्जा और मानसिक स्थिति कैसी हैं। अगर व्यक्ति के यौन जीवन में समस्याएँ आ रही हैं तब यौन समस्याओं से बचने के लिए, व्यक्ति अपने दैनिक जीवन में कुछ युक्तियों का उपयोग कर सकता है जो निम्नलिखित है:

  • स्वस्थ जीवनशैली की आदतें को अपनाना।
  • नियमित व्यायाम व योग का अभ्यास करना।
  • संतुलित व स्वस्थ आहार ग्रहण करना।
  • तनाव प्रबंधन की युक्ति अपनाना।
  • भागीदारों के साथ खुला संचार करना।
  • नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करवाना।
  • आयुर्वेदिक उपचार व चिकित्सा अपनाना।
  • हर्बल व घरेलू उपचार को प्राथमिकता देना।

समग्र आयुर्वेदिक उपचार के लिए दुबे क्लिनिक में अपॉइंटमेंट लें:

यदि आप एक गुप्त या यौन रोगी हैं और ईडी, पीई या किसी भी अन्य यौन विकार का अनुभव कर रहे हैं जो आपके दैनिक जीवन में बनी हुई है; तो आपको व्यक्तिगत सलाह, उपचार और दवा के लिए दुबे क्लिनिक में अपॉइंटमेंट लेना चाहिए। दुबे क्लिनिक भारत का एक प्रमुख आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी चिकित्सा विज्ञान क्लिनिक है जो पटना के लंगर टोली, चौराहा में स्थित है। डॉ. सुनील दुबे एक लंबे समय से इस क्लिनिक में विवाहित और अविवाहित गुप्त व यौन रोगियों को अपना व्यापक आयुर्वेदिक उपचार और दवा प्रदान कर रहे हैं। अपने आयुर्वेदा व सेक्सोलॉजी मेडिसिन करियर में, उन्होंने 4.59 लाख से अधिक गुप्त व यौन रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया है जो उनकी सफलता व अनुभव का प्रमाण है।

स्थानीय और बाहरी दोनों तरह के मरीज़ अपॉइंटमेंट के बाद अपना इलाज करवाने के लिए दुबे क्लिनिक आते हैं। अपॉइंटमेंट फ़ोन पर उपलब्ध हैं जहाँ कोई भी व्यक्ति ऑन-कॉल अपॉइंटमेंट ले सकता है। बस अपने अनुभवी और भरोसेमंद यौन स्वास्थ्य डॉक्टर को चुनें जो आपको हर समय सुरक्षित और प्रभावी उपचार और दवा प्रदान करता है।

अधिक जानकारी के लिए:

दुबे क्लिनिक

भारत का प्रमाणित आयुर्वेद और सेक्सोलॉजी क्लिनिक

डॉ. सुनील दुबे, सीनियर और गोल्ड मेडलिस्ट सेक्सोलॉजिस्ट

आयुर्वेद में पीएचडी (यूएसए), बी.ए.एम.एस. (रांची), एम.आर.एस.एच. (लंदन)

हेल्पलाइन नंबर: +91 98350 92586

वेन्यू: दुबे मार्केट, लंगर टोली, चौराहा, पटना-04

क्लिनिक खुलने-बंद होने का समय: सुबह 08:00 बजे से शाम 08:00 बजे तक (प्रतिदिन)

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